संक्षिप्त वर्णन:
फ़ायदे:
1. श्वसन संबंधी बीमारियों और वायरल सर्दी-जुकाम का इलाज करें, जैसे सर्दी, खांसी, गले में खराश, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, म्यूकोसाइटिस और टॉन्सिलाइटिस।
2. यह पेट में ऐंठन, पेट फूलना और अपच का इलाज करने में मदद करता है, और रक्त संचार को नियंत्रित करता है।
3. यह हृदय गति को कम करके और परिधीय धमनियों को फैलाकर रक्तचाप को भी कम कर सकता है।
4. इसमें चोट के निशानों को ठीक करने के अच्छे गुण हैं।
उपयोग:
किसी भी नुस्खे के लिए
उपरोक्त मिश्रणों की उचित मात्रा डालने के लिए अपने डिफ्यूजर निर्देशों का पालन करें और आनंद लें।
श्वसन मिश्रण के लिए
आप इस मिश्रण की 2-3 बूँदें भाप से भरे पानी से भरे कटोरे में भी डाल सकते हैं। अपनी आँखें बंद रखें, सिर के पिछले हिस्से पर एक तौलिया लपेट लें और लगभग 15 मिनट तक भाप में साँस लें।
सुनिश्चित करें कि आपका चेहरा पानी से लगभग 12 इंच की दूरी पर हो, और यदि आपको कोई असुविधा महसूस हो, जैसे कि चक्कर आना या ऐसा महसूस होना कि आपके फेफड़ों या चेहरे में जलन हो रही है, तो तुरंत स्नान करना बंद कर दें।
त्वचा के लिए
हिसोप डेकम्बेंस घावों और चोटों के लिए एक अच्छा विकल्प है। यह जीवाणुरोधी, विषाणुरोधी और कसैले पदार्थ के रूप में कार्य करता है।
आध्यात्मिक उपयोग
प्राचीन यहूदी लोग हिस्सोप को पवित्र मानते थे। इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल मंदिरों का अभिषेक और शुद्धिकरण करने के लिए किया जाता था।
इस जड़ी-बूटी का उपयोग आज भी पासओवर अनुष्ठानों में कड़वी जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है।